पूजा करते समय गलत विचार आना : 5 Proven Ways To Avoid It !

आज कल के परिशानी भरे माहोल में कभी कभी हमे लगता है की ऊपर वाला ही एक मात्र सहारा है, लेकिन जब हम भगवान का नाम लेने बैठते हैं तो भी मन शांत नहीं होता. कभी मन यहाँ जाता है कभी वह कही और चला जाता है.

आज इस पोस्ट में हम एक इसी परेशानी के बारे में बात करेंगे जो आप किसी से शेयर नहीं कर पातें हैं. पूजा करते समय गलत विचार आना एक ऐसी ही परेशानी है. बतायंगे की ऐसा क्यों होता है तथा इसे कैसे दूर कर सकते हैं तथा ऐसा क्या करें की मन में धार्मिक अच्छे विचारों की बहुताय रहे.

पूजा करते समय गलत विचार आना

क्या पूजा करते समय भगवान के प्रति गलत विचार आना आपको परेशान कर रहा है? आप खुद को दोषी ठेहरा रहें हैं? पूजा करते समय गलत विचार आना आपको बैचैन कर दे रहा है? तो आगे पढ़ते हैं की ऐसा क्यों होता है एवम इसका क्या समाधान है ? पूजा करते समय गलत विचार क्यों आते हैं?

जब आप पूजा या भगवन की साधना करते हैं तो पूजा करते समय गलत विचार आना एक एसा विषय है जिस की चर्चा हम लोग किसी से नहीं कर पाते , हम डरते है , घबराते है तथा खुद को दोषी मानते है. हमे लगता है हम कितने गंदे इन्सान हैं जो की पूजा करते समय गलत विचार अपने मन में ले कर आते हैं. एवं आप हमेशा इस बात का प्रयत्न करते रहते हैं की मन में अच्छे विचार कैसे लाये?

तो सबसे पहेले आप जान लें की आप दुनिया के पहेले व्यक्ति नहीं हैं जिसे पूजा करते समय गलत विचार आना परेशान कर रहा है और न ही आप दुनिया के आखरी व्यक्ति होंगे जिसे पूजा करते समय भगवान के प्रति गलत विचार आना परेशान कर रहा है. खुद को दोषी मानना बंद कर दीजिये.

अब जानते हैं की

–    पूजा करते समय गलत विचार क्यों आते हैं

–      इन्हें को कैसे रोक सकते हैं अथवा उन्हें दूर करने का कोई उपाय है?

पूजा करते समय गलत विचार क्यों आते हैं ? पूजा करते समय गलत विचार आना

क्या यह एक बीमारी है? ऐसा क्यों होता है? आइये जानते हैं की पूजा करते समय भगवान के प्रति गलत विचार आना कैसे रोकें?

जब आप भगवान की आराधना या पूजा करते हैं तो दो कारणों से हम पूजा करते हैं-

(1) हमे इसे संस्कार मिले हैं और भगवान की पूजा हमारी दिनचर्या का एक हिस्सा है

(2) हम किसी परेशानी में हैं और प्रभु से मदद के लिये प्रार्थना कर रहे हैं.

पूजा करते समय गलत विचार आना उन लोगो को खास तौर से परेशान करता है जो या तो नये नये भगवान की पूजा या भक्ति करना प्रारम्भ करते हैं या सिर्फ तभी करते हैं जब किसी परेशानी में पड़ते हैं. इस स्थिति में हमारा शरीर इस नये काम का आदी नही है, इस लिये जब  पूजा करते हैं तो मन भगवान के ध्यान में ना रहकर किसी भी तरफ़ जाता है.

ये मन ही है जो हमारे अंदर इसे विचार ले कर आता है. जब आप भगवान  की आराधना या पूजा करते हैं तो कही न कही मन को काबू मे रखने का पर्यास करते हैं, पर मन बहुत विचलित होता, बहुत चंचल होता है, बड़े बड़े महात्मा मन पर काबू नहीं रख पाते. एक पल में मन यहाँ होता है तो दुसरे पल में वहा. मन की चंचलता ही है जो हमारे अंदर इसे विचार ले कर आती है.

महाभारत में अर्जुन ने भी बोला था की मन पर काबू रखना वायु को काबू में रखने जैसा कठिन है. इस पर कृष्ण ने समझाया कि कठिन तो है पर असम्भव नहीं. मनुष्यों को बंधन में डालने वाला मन ही है, सुख और दुख में डुबाने वाला मन ही है.

मन पर काबू पाना इसी तरह होता है जेसे किसी जंगली जानवर पर काबू पाना. बस एसा मान लीजेये की ये मन की छटपटाहट ही है जो ऐसे विचारो के रूप में निकल रहा है. तो सार यही है की बस प्रयास करते रहिये.

एक दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पहेलु जो आपके पूजा करते समय गलत विचार क्यों आते हैं के लिये ज़िम्मेदार है वो है की आप क्या चाहते हैं ये विचार दिन भर आपके साथ रहे, आप इन्टरनेट पर इन्हें सर्च करे, मोबाइल फ़ोन में डाउनलोड रखे, दोस्तों से इन्ही  विषयों पर बाते करे, मतलब ये की ये विचार वेसे तो दिन भर आपके साथ रहे पर जब आप भगवान  की आराधना या पूजा करे तो, ये विचार कुछ देर के लिये आपसे दूर हो जाए, तो ऐसा होना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है.

अगर आप सच में जानना चाहते हैं की पूजा करते समय गलत विचार क्यों आते हैं, तो आपको अपनी दिनचर्या से ही ऐसे कामों से दूर रहना पड़ेगा जो की मन में गलत विचार आना देने का सबसे बड़ा कारण है.

नए भारत का पैगम्बर किसे कहा जाता है ???

आप सोचते हैं की पूजा करते समय गलत विचार आना एक बीमारी है लेकिन ऐसा नहीं है लेकिन सच ये है की यह विचार पहले से ही जमा थे पर बस अब निकल रहे है.

पूजा करते समय गलत विचार आना

पूजा करते समय गलत विचार आने से कैसे रोके : पूजा करते समय गलत विचार आना

1. अगर आप दिन भर इन्ही विचारो मे अपना समय व्यतीत करेंगे तो पूजा के समय भी ये विचार आपका पीछा नहीं छोडेंगे, ये आपके दोस्त के तरह  हैं जो दिन भर आपके साथ रहंगे.

इन विचारो से अगर आप दूर रहना चाहते हैं तो आपको आपको अपना व्यव्हार एवम् दिनचर्या को बदलना पड़ेगा, अच्छे लोगो की संगति में रहीये, अच्छी बाते कीजेये.

आजकल इन्टरनेट पर सब कुछ आपके हाथ मे मौजूद है. अच्छी चीज़ भी एवम् अश्लील साहित्य भी. गंदी चीजों से दूर रहीये, अगर आपके मोबाइल में हैं तो डिलीट कर दे, इन्टरनेट पर इन प्रकार की चीज़ें ना ढूंढें, अच्छे विषयों का ज्ञान ले, अच्छे विषयों पर दोस्तों से तर्क करें.अगर आप इस तरह से अपना व्यवहार बदलेंगे तो आपके अंदर पूजा करते समय गलत विचारो का आना निश्चित ही बंद हो जायेगा .

2. ध्यान लगायें , ध्यान लगाने का सबसे अच्छी विधि है की ॐ मंत्र का स्वास के साथ निम्न विधि के अनुसार जाप करे. (ॐ=ओ+म)

ओ के समय अपने फेफड़ो में स्वास भरे , उसी पर ध्यान केन्द्रित रखे,

म के समय अपने फेफड़ो से स्वास निकाले, उसी पर ध्यान केन्द्रित रखे,

इस विधि से आप ध्यान लगा सकते हैं, आपका ध्यान केवल स्वास क्रिया में ही लगा रहेगा और इधर उधर भटकने का तो प्रश्न ही नहीं है.

3.अपनी आंखें खुली रखें एवम् अपने भगवान की मूर्ति पर ध्यान केन्द्रित करें. उनसे प्रार्थना करें उन्हें बताएं की भागवान मुझे इन विचारो से दूर रखें. आप ही मुझे संभालना संभाले. यह तरीका पूजा करते समय गलत विचार आना के लिए सबसे अधिक कारगर है.

4.नियमित रूप से प्राणायाम करे

5.पूजा करते समय सिर भारी होना: हो सकता है की आपको पूजा करते समय सिर भारी होना महसूस हो, वो भी खास तौर से शुरवाती दिनों में. परन्तु धीरे-धीरे आपका मन शांत हो जायेगा एवं आप पूजा करते समय सिर भारी होना कम हो जायेगा.

6.इस तरह के विचार आपको तभी तक परेशान करेंगे जब तक आप इन विचारो से परेशान होते रहेंगे , जिस दिन आप इनको महत्व देना बंद कर देंगे. तो बस आने दो , देखते रहो और जाने दो. आपके दिमाग की भूख खुद ही मिट जायगी, पूजा करते समय गलत विचार आना अपने आप ही कम हो जायगा

पूजा करने की विधि आप यहाँ भी देख सकते हैं

निष्कर्ष

पूजा करते समय गलत विचार आना कोई बीमारी नहीं है, इसलिए खुद को दोष देना बंद करें. उपर की पोस्ट में इसे दूर करने के कुछ उपाय बताये हैं, उन्हें दोरहने से उम्मीद करते हैं की पूजा करते समय गलत विचार आना कम हो जायगा. एवम् धीरे धीरे समाप्त भी हो जायगा.

पूजा करते समय गलत विचार आना

FAQs : पूजा करते समय गलत विचार आना

आइये देखते हैं की आज के पोस्ट से सम्बंधित अक्सर क्या क्या प्रश्न पूछे जाते हैं?

पूजा करते समय गलत विचार क्यों आते हैं एवं इन्हें आने  कैसे रोकें?

अगर आपको बार बार एक ही चीज़ मन में आ रही है तो इसका अर्थ यह है की आप को कोई चीज़ प्रभावित कर रही है, यकीन मानिये आप जितना भी परेशान हो जाएँ यह चीज़ आपको तभी तक प्रभीवित करेगी जब तक की आप उस से प्रभीवित होते रहेंगे. कुछ ऐसे काम मे ध्यान लगायें जो आपको पसंद हो, जैसे घुमने निकल जाएँ, दोस्तों से बात करें. अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना दूर नहीं होगा.

पूजा करते समय सिर भारी होना कैसे रोकें?

यह इस चीज़ की तरफ इशारा कर रहा है की आपका शरीर अभी गहरे ध्यान के लिए तैयार नहीं है. बीच बीच में आखें खोल सकते हैं, इधर उधर देख सकते हैं. समय के साथ आपको पूजा अर्चना की आदत हो जायगी एवं पूजा करते समय सिर भारी होना बंद हो जायेगा.

मन में गलत विचार आने से कैसे रोके?

यह आपका चंचल मन का स्वभाव ही है की वह आपके काबू में नहीं आना चाहता एवं आपके अंदर विभिन्न प्रकार के विचारो को लाकर यह आपको भटकाना चाहता है. मन में गलत विचार आने से कैसे रोके, इस प्रश्न के उत्तर को हमने विस्तार पूर्वक अपनी पोस्ट में बताया है, एवं इन उपायों को अगर आप ध्यान से करेंगे तो हमे यकीन है की आप पूजा करते समय गलत विचार आने से खुद को रोक सकते हैं.

धार्मिक ओसीडी क्या है?

OCD का अर्थ होता है Obsessive Compulsive Disorder. यदि व्यक्ति भगवान के डर से अत्यधिक पूजा एवं अर्चना में लीन रहने लगे तो हम कह सकते हैं की यह व्यक्ति धार्मिक ओसीडी से ग्रस्त हो सकता है.

मन में अच्छे विचार कैसे लाये?

अच्छी अच्छी पुस्तकें पढ़े, अश्लील साहित्य से दूर रहे, एवं इस बात को सोचना बंद कर दें की भगवान के प्रति गलत विचार आना इस लिए हो रहा है की आप में कुछ कमी है. अगर आप ऐसा कर लेंगे तो आपको प्रश्न, मन में अच्छे विचार कैसे लाये, का उत्तर मिल जायेगा.

पूजा करते समय उबासी क्यों आती है?

इस बात को कुछ ऐसे समझ सकते हैं की अगर आप कुछ ऐसा काम कर रहें हैं जो आपके नेचर या आदत में नहीं है तो आपका आलसी मन उसे नहीं मानेगा. जैसे दवाई कडवी लगती है, उसे प्रकार पूजा करते समय उबासी क्यों आती है, प्रश्न का उत्तर भी यही है की आपका चंचल मन पूजा में नहीं रहना चाहता अतः उबासी के माध्यम से आपको भटकाने का प्रयत्न करता है.

पूजा करते समय उबासी आना शुभ या अशुभ होता है?

घबराइए नहीं, पूजा करते समय उबासी आना शुभ या अशुभ होता है, ऐसा बिलकुल भी नहीं होता बल्कि यह इस बात का संकेत है की आप अपने चंचल मन के साथ संघर्ष कर रहे हैं एवं आपका मन आपके काबू में नहीं आना चाह रहा. पूजा करते रहिये, भगवान में ध्यान लगाये रखयिए कुछ दिन में यक़ीनन ही उबासी आना बिलकुल बंद हो जायेगा.

Keratin Kaise Karte Hain?

भगवान में ध्यान लगाये, कभी कभी अगर मन भटके तो आँखे खोलकर भगवान की मूर्ति को देखें.

उम्मीद करते हैं की आज आप पूजा करते समय गलत विचार आना की समस्या एवं उसी प्रकार के अन्य प्रश्नों का उत्तर पा गए होंगे, अगर अनेकों प्रयासों के बाद भी यह बात की आपको परेशान कर रही है तो कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछे, आपकी समस्याओं का जल्दी से जल्दी समाधान करने का प्रयास किया जायगा.

You can bookmark us for पूजा करते समय गलत विचार आना and also subscribe to our YouTube channel for such interesting videos.

This Post Has 3 Comments

Leave a Reply