भारतीय शाहित्य का इतिहास अत्यंत ही प्राचीन है. विभिन्न लेखकों ने अनगिनत वर्षों से इसमें अपना योगदान दिया है.
दोस्तों इस पोस्ट में आज हम लोग Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai के विषय पर बात करने वाले हैं. Vakrokti या वक्रोक्ति का अर्थ क्या होता है एवं. Vakrokti या वक्रोक्ति से सम्बंधित अन्य जानकारियाँ भी देखने का प्रयत्न करेंगे.
Table Of Contents
Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai
आइये Vakrokti के बारे में विस्तार से जानने से पहले हम Vakrokti Ke Kitne Bhed प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करते हैं. आचार्य कुंतक के अनुसार Vakrokti (वक्रोक्ति) की 6 भेद होते हैं, जो की इस प्रकार हैं-
- वर्णविन्यासवक्रता ( Words or Character)
- पव-पूर्वार्धवक्रता (Pre-Precession)
- पदपरार्ध-वक्रता (Post)
- वाक्य-वक्रता (Syntax)
- प्रकरण-वक्रता (Case)
- प्रबंध-वक्रता (Management)
Vakrokti (वक्रोक्ति) क्या है
अब हम जानने की कोशिश करते हैं की Vakrokti (वक्रोक्ति) क्या है.
वक्रोक्ति के संधि विच्छेद को अगर ध्यान से देखे तो वक्रोक्ति शब्द दो शब्दों ‘वक्र’ और ‘उक्ति’ से मिलकर बना है. वक्र का अर्थ होता है घुमावदार. इसके मूल अर्थ पर जाएँ तो इसका मूल अर्थ होता है- ऐसी उक्ति या ऐसी बात जो सामान्य से अलग हो, यानी की बोलना वाला कुछ और कहना चाहता है परन्तु सुनने वाला इसका अर्थ कुछ और ही निकल लेता है.
उदहारण के लिए किसी वक्ता ने कहा की भगवान शिव सब कुछ दे सकते हैं यदि आपके मन में सही भाव हो तो इस पर कोई श्रोता बोलता है की शिव को भोला भंडारी बोला .जाता है वो इतने भोले हैं की उन्हें मानने के लिए ‘भाव’ की भी आवश्यकता नहीं है. यहाँ बोलने वाला कुछ और कहना चाहता है परन्तु सुनने वाला दूसरा अर्थ लगा रहा है.
Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai की जानकारी के साथ साथ आइये वक्रोक्ति के इतिहासिक महत्त्व को भी देखते हैं.
वर्तमान काल के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नगेन्द्र ने वक्रोक्ति का विवरण कलावाद के रूप मे किया है तथा यह भी बोला है की काव्य का सर्वप्रमुख तत्व तो कला ही है, अतः डॉ नगेन्द्र ने वक्रोक्ति को काव्य शास्त्र में एक प्रमुख स्थान दिया है. इतिहास को अगर टटोलकर देखें तो प्रमुख आचार्यों जिनमे भामह, दण्डी, आनन्दवर्धन, अभिनवगुप्त एवं कुन्तक ने भी वक्रोक्ति के महत्व को माना एवं दर्शाया है.
Vakrokti के प्रमुख अंश
वक्रोक्ति (Vakrokti) के बारे में थोडा और विस्तार से अध्ययन करते हैं एवं देखते हैं की इसके निम्नलिखित मुख्य अंश होते हैं-
असाधारण अर्थ: सर्वप्रथम वक्रोक्ति में कवि वाक्य के अर्थ को असाधारण अर्थों से प्रदर्शित करते हैं जिससे उसकी कविता में रहस्यमयता पैदा होती है.
अनौपचारिकता: वक्रोक्ति में वाक्यांतर का अनौपचारिक उपयोग होता है, जिससे सामान्य अर्थ से अलग अर्थ समझने का प्रयास किया जाता है.
अन्तर्विरोध: अन्तर्विरोध (or opposite meaning) वक्रोक्ति का एक प्रमुख भाग है. इसमें एक ही शब्द या वाक्य को विभिन्न प्रकार के अर्थों में प्रयोग करके अन्तर्विरोध के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है.
रस: वक्रोक्ति के माध्यम से कवि रस, भाव एवं विभिन्न भावों को आसानी से प्रकट करते हैं, जिससे कविता में अधिक रस से पूर्ण नज़र आती है.
विकृति: वक्रोक्ति में भाषा की अनुप्रेक्षा विकृति का प्रयोग किया जाता है, जिससे कविता की अचानक से रुचिकर हो जाती है.
उम्मीद करते हैं की उपरोक्त के द्वारा आप वक्रोक्ति (Vakrokti) के बारे में विस्तार पूर्वक जान पाए होंगे.
रीति सिध्दांत की परिभाषा एवं प्रमुख विशेषताएं जानने के लिए पढ़े
निष्कर्ष
अतः हम सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर बोल सकते हैं की वक्रोक्ति भारतीय काव्य शास्त्र का एक प्रमुख अंग है
FAQs on Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai
अब वक्रोक्ति को ध्यान में रखकर कुछ प्रश्नों को देखते हैं, जिस से आप Vakrokti से सम्बंधित अन्य प्रश्नों का उत्तर भी दे सकते हैं.
आचार्य कुंतक के अनुसार वक्रोक्ति के कितने भेद हैं?
आचार्य कुंतक के अनुसार वक्रोक्ति के 6 भेद हैं जिनका विवरण ऊपर पोस्ट मे दिया गया है.
वक्रोक्ति सिद्धांत की महत्वपूर्ण उपलब्धि क्या है?
वक्रोक्ति सिद्धांत की महत्वपूर्ण उपलब्धि कलावाद की प्रतिष्ठा को कहा गया है
वक्रोक्ति के प्रकार क्या हैं?
जैसा की ऊपर बताया गया है वक्रोक्ति 6 प्रकार की होती हैं. वक्रोक्ति क्या है, इस प्रश्न का उत्तर ऊपर दी गयी पोस्ट में विस्तार पूर्वक दिया गया है.
प्रकरण वक्रता क्या है?
प्रकरण वक्रता का अर्थ होता है एक किसी घटना विशेष में वक्रता का होना.
वक्रोक्ति का वर्गीकरण क्या है?
जैसा की ऊपर बताया गया है वक्रोक्ति को 6 वर्गों में विभाजित किया गया है.
वक्रोक्ति के बारे में और अधिक जानने के लिए यहाँ पढ़ें
उपरोक्त पोस्ट में हमने Vakrokti Siddhant के बारे में विस्तार से बताया है. उम्मीद करते हैं की आपको Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा. अधिक जानकारी के लिए या किसी प्रश्न का उत्तर जानने के लिए आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं.
Pingback: Riti Siddhant Ke Praneta Kaun Hai - Few Amazing Facts