Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai : Amazing Facts About Vakrokti

दोस्तों इस पोस्ट में आज हम लोग  Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai के विषय पर बात करने वाले हैं. Vakrokti  या वक्रोक्ति का अर्थ क्या होता है एवं . Vakrokti  या वक्रोक्ति से सम्बंधित अन्य जानकारियाँ भी देखने का प्रयत्न करेंगे.

Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai

आइये Vakrokti के बारे में विस्तार से जानने से पहले हम इस प्रश्न का उत्तर देते हैं Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai . आचार्य कुंतक के अनुसार Vakrokti (वक्रोक्ति) की 6 भेद होते हैं, जो की इस प्रकार हैं-

  1. वर्णविन्यासवक्रता ( Words or Character)
  2. पव-पूर्वार्धवक्रता (Pre-Precession)
  3. पदपरार्ध-वक्रता (Post)
  4. वाक्य-वक्रता (Syntax)
  5. प्रकरण-वक्रता (Case)
  6. प्रबंध-वक्रता (Management)

Vakrokti (वक्रोक्ति) क्या है

अब हम जानने की कोशिश करते हैं की Vakrokti (वक्रोक्ति) क्या है.

वक्रोक्ति के संधि विच्छेद को अगर ध्यान से देखे तो वक्रोक्ति शब्द दो शब्दों ‘वक्र’ और ‘उक्ति’  से मिलकर बना है. वक्र का अर्थ होता है घुमावदार  । इसके मूल अर्थ पर जाएँ तो इसका मूल अर्थ होता है- ऐसी उक्ति या ऐसी बात जो सामान्य से अलग हो, यानी की बोलना वाला कुछ और कहना चाहता है परन्तु सुनने वाला इसका अर्थ कुछ और ही निकल लेता है.

उदहारण के लिए किसी वक्ता ने कहा की भगवान शिव सब कुछ दे सकते हैं यदि आपके मन में सही भाव हो तो इस पर कोई श्रोता बोलता है की शिव को भोला भंडारी बोला .जाता है वो इतने भोले हैं की उन्हें मानने के लिए ‘भाव’ की भी आवश्यकता नहीं है. यहाँ बोलने वाला कुछ और कहना चाहता है परन्तु सुनने वाला दूसरा अर्थ लगा रहा है . Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai की जानकारी के साथ साथ आइये वक्रोक्ति के इतिहासिक महत्त्व को भी देखते हैं.

Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai

वर्तमान काल के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नगेन्द्र ने वक्रोक्ति का विवरण कलावाद के रूप मे किया है तथा यह भी बोला है की काव्य का सर्वप्रमुख तत्व तो कला ही है, अतः डॉ नगेन्द्र ने वक्रोक्ति को काव्य शास्त्र में एक प्रमुख स्थान दिया है. इतिहास को अगर टटोलकर देखें तो प्रमुख आचार्यों जिनमे भामह, दण्डी, आनन्दवर्धन, अभिनवगुप्त एवं कुन्तक ने भी वक्रोक्ति के महत्व को माना एवं दर्शाया है.

रीति सिध्दांत की परिभाषा एवं प्रमुख विशेषताएं जानने के लिए पढ़े

निष्कर्ष

अतः हम सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर बोल सकते हैं की वक्रोक्ति भारतीय काव्य शास्त्र का एक प्रमुख अंग है

FAQs

अब वक्रोक्ति को ध्यान में रखकर कुछ प्रश्नों को देखते हैं, जिससे आपको ना केवल अपने प्रश्न यानि की Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai का उत्तर मिल सके बल्कि आप अन्य प्रश्नों का उत्तर भी दे सकते हैं.  –

आचार्य कुंतक के अनुसार वक्रोक्ति के कितने भेद हैं ?

आचार्य कुंतक के अनुसार वक्रोक्ति के 6 भेद हैं जिनका विवरण ऊपर पोस्ट मे दिया गया है.

वक्रोक्ति सिद्धांत की महत्वपूर्ण उपलब्धि क्या है ?

वक्रोक्ति सिद्धांत की महत्वपूर्ण उपलब्धि कलावाद की प्रतिष्ठा को कहा गया है

वक्रोक्ति के प्रकार क्या हैं ?

जैसा की ऊपर बताया गया है वक्रोक्ति 6 प्रकार की होती हैं

वक्रोक्ति क्या है ?

वक्रोक्ति क्या है, इस प्रश्न का उत्तर ऊपर दी गयी पोस्ट में विस्तार पूर्वक दिया गया है.

औचित्य के कितने भेद हैं ?

औचित्य के 27 भेद होते हैं

प्रकरण वक्रता क्या है ?

प्रकरण वक्रता का अर्थ होता है एक किसी घटना विशेष में वक्रता का होना.

वक्रोक्ति का वर्गीकरण क्या है ?

जैसा की ऊपर बताया गया है वक्रोक्ति को 6 वर्गों में विभाजित किया गया है.

वक्रोक्ति के बारे में और अधिक जानने के लिए यहाँ पढ़ें

common civil code kya hai

उम्मीद करते हैं की आपको Vakrokti Ke Kitne Bhed Hai प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा. अधिक जानकारी के लिए या किसी प्रश्न का उत्तर जानने के लिए आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं .

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